धरा पर पौधे, दीवारों पर पशु-पक्षी

जल संरक्षण और वृहद वृक्षारोपण की देशभर में चल रही परियोजनाओं के साथ-साथ नागरिक एवं विद्यार्थी जागरूकता कार्यक्रम EFI की विशेषता रही है । इन्ही समर्पित स्वयंसेवी भागीदारों के साथ मिलकर EFI गुजरात से लेकर असम तक तथा कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक क्लीनअप-ड्राइव्स, पौधरोपण तथा अन्य गतिविधिया सफलता पूर्वक प्रतिपादित करके जागरूकता का संचार कर पाया है ।

इसी क्रम में EFI, 2020 से WallE नामक अभियान के अंतर्गत विभिन्न शहरों की दीवारों पर पर्यावरण, वनस्पति तथा जंगली प्रजातियों के चित्रों को उकेर रहा है । कलाकारों तथा स्वयंसेवी भागीदारी द्वारा की जा रही इन रंग बिरंगी कलाकृतियों से न सिर्फ शहरों की भद्दी दीवारों को एक जीवन मिला है, साथ ही साथ नागरिको, दैनिक राहगीरों तथा विद्यार्थीओ में हमारे पर्यावरण के विभिन्न घटको के बारे में जिज्ञासा उत्पन्न होती है ।

इंदौर में विकसित किये जा रहे अहिल्या वनो की दीवारों पर भी हाल ही में इसी प्रकार के चित्रों को स्कूल विद्यार्थीओ के द्वारा उकेरा गया है । ग्रीन बेल्ट तथा राजीव गाँधी स्क्वायर अहिल्या वन की दीवारे जो धूल-मिटटी, गुटखा तथा कचरे के कारण दयनीय स्थिति में थी, उन पर वभिन्न पौधों के नामो, सरीसृपों, मध्य प्रदेश में पाए जाने वाले वनस्पति-पक्षी-पशुओ की आकृतिया आज देखी जा सकती है । EFI उन सभी भागीदार विद्यार्थीओ का तथा इन परियोजनाओं में संसाधन प्रदान करने के लिए कोटक महिंद्रा बैंक का धन्यवाद करता है।  साथ ही साथ हम पूर्ण रूप से आशावादी है की देश के सबसे स्वच्छ शहर के नागरिक इस प्रकार की पहले में हमारा सहयोग तथा मार्गदर्शन करते रहेंगे।

अगली बार जब आप इंदौर के AB मार्ग, राजीव गाँधी या चोइतराम चौराहे तथा पिपलियापाला मार्ग से गुजरे तो इन अहिल्या वनो के मुस्कुराते-विकसित होते पौधों तथा दीवारों पर चित्रकारी को देखने के लिए अवश्य रुके ।

Volunteer for Indore and her environment with E.F.I

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